माधौपुर की प्रधान सविता देवी अपनी पंचायत का चहुंमुखी विकास करवा रही हैं। उनके पति क्षेत्र के जाने माने व्यक्ति और समाज सेवी हैं और उनके ससुर जैसीराम वर्मा रामनगर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य हैं। सतीश वर्मा ने बताया कि उनका परिवार राजनीति और समाज सेवा से जुड़ा रहा है लोगों के रहन-सहन में सुधार हो इसलिए उन्होंने प्रधान पद का चुनाव लड़ा और अब वे लोगों तक सभी विकास पहुंचा रहे हैं। उनकी उपलब्धि और उनके कार्य करने का सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि माधौपुर प्राथमिक विद्यालय की बाउंड्री को बनवाया जो करीब 60 साल से नहीं बनी थी। स्थानीय दबंग लोग उसे कभी बनने ही नहीं दे रहे थे। सतीश वर्मा ने बताया कि वे पंचायत में एक बारात घर बनवाने का प्रयास कर रहे हैं।
धौरमऊ के प्रधान अनवर अली 2010 से 15 के बीच प्रधान रहे हैं। उन्होंने कहा कि तालाबों में खूब पानी भरा होने के कारण कच्चा काम नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा कराए जा चुके कामों की पेमेंट नहीं की जा रही है। काम करवाना बेहद मुश्किल है। फिर भी विकास के प्रयास जारी हैं।
चंदौली के प्रधान आशीष गुप्ता की सबसे बड़ी शिकायत, कमी और प्रयास सरकारी स्कूल के लिए है। पंचायत में दूर-दूर तक कोई स्कूल नहीं है, चंदौली के छोटे बच्चों को धूप, बारिश और कोहरे में अन्य पंचायतों के स्कूलों में जाना पड़ता है। प्रधान आशीष गुप्ता बड़े सरल और सीधे व्यक्ति हैं। इतने कि इसका फायदा सफाई कर्मी भी उठा रहा है। आकर बैठा लेटा रहता है और काम नहीं करता।
गौरिया पंचायत के प्रधान परशुराम को पूरे गांव ने चुनाव लड़ने के लिए खड़ा किया उनके न चाहते हुए भी और उनको जिताया भी। आज छह महीने बाद उन्होंने बहुत सारे कार्य करवाए है। मिनी सचिवालय की मरम्मत करवा रहे है, सामुदायिक शौचालय अधूरा है, पंचायत घर अधूरा है। प्रधान ने कहा कि अधिकारी सहयोग करें तो ये काम पूरे करवाए जाएं। इसके साथ नाली आदि भी बनवाने की योजना है ताकि जलनिकासी हो सके। स्कूलों में दिव्यांग शौचालय बनवाए हैं। इसके साथ प्रधान ने पंचायत के सफाई कर्मी के काम की बहुत तारीफ की।
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