यूपी : संक्रमण से बचाने को एक लाख से कम आबादी वाले पंचायतों में शुद्ध पेयजल

 

कोरोना संक्रमण काल में एक लाख से कम आबादी वाले शहरों यानी नगर पंचायतों में भी शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराई जाएगी। प्रदेश के ऐसे 73 नगर पंचायतों में पेयजल परियोजनाओं को पैसा देते हुए लोगों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार का मानना है कि शुद्ध पेयजल से संक्रमण काफी हद तक कम हो सकता है।

नगर विकास विभाग ने नगरीय पेयजल योजना चला रहा है। इसका मकसद नगर पंचायतों में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। प्रदेश के 73 नगर पंचायतों में इस योजना के तहत 132 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत की गई है। इसमें से अधिकांश निकायों को पेयजल व्यवस्था ठीक करने के लिए पैसे दे दिए हैं। शासन ने संबंधित निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने यहां चल रही परियोजनाओं को जल्द पूरा कराएं, जिससे लोगों को जरूरत के आधार पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो सके। निकायों को इस पैसों से ट्यबवेल ठीक कराना है या फिर पाइप लाइन से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करनी है।

इन निकायों में हो रहा काम

शंकरगढ़, बीसलपुर, अमीनगर सराय, रुधौली बाजार, परीक्षितगढ़, सुमेरपुर, मोहम्मदी खीरी, उसका बाजार, हमीरपुर, राठ, कुरारा, सरीला, कबरई, धौरहरा, भगवंतनगर में पेयजल की व्यवस्था होगी। इसी तरह औरास, फतेहपुर, मौदहां, रार्बट्सगंज, लालगंज, इंटौजा, सादात, सहजनवा, बड़ौत, बबेरू, बिलग्राम, मगहर, डलमऊ, बलरामपुर, दिलदारनगर, सिवालखास, बनत, साहनपुर, सिधौली, दौराला, सोनौली, हर्रा, चरथावल, मेंहनगर, निजामाबाद, इकदिल, नदीगांव, सैदपुर, मुंडेरा व जीयनपुर समेत 73 नगर पंचातयों में काम हो रहा है।