सीतापुर: सिधौली ब्लाक में हरदोइया पंचायत की निवर्तमान प्रधान मरियम खातून फिर लोगों के बीच हैं और अपने इन पांच सालों में किए काम पर वोट मांग रही हैं।
उनका पंचायत की जनता से बस यही कहना है कि अगर -
" इन पांच सालों में मैंने आपका हर उचित काम न किया हो, या फिर किसी काम या सरकारी लाभ के बदले एक भी रुपया लिया हो तो आप मुझे वोट न देना!"
बस इतना सुनते ही पहले से ही संतुष्ट जनता उनसे और ख़ुश हो जाती है और दिल में ठान लेती है कि जिताना फिर मरियम खातून को है।
2015 से 2020 के बीच विकास भी बहुत कराए है ग्राम प्रधान मरियम खातून ने। बहुत नालियां, रास्ते बनवाए, सफाई की चाक-चौबंद व्यवस्था रखी।
इसके अलावा करीब 300 लोगों को पीएम आवास योजना का लाभ दिलवाया और स्वच्छता अभियान में करीब 750 निजी शौचालयों का लाभ जनता को दिलवाया।
उनके द्वारा दिए गए निजी शौचालय लगभग नब्बे प्रतिशत बढ़िया स्थिति में हैं, ठीक-ठाक हैं, लोग इस्तेमाल कर रहे हैं और प्रधान मरियम खातून के बताए स्वच्छता व सफाई की अहमियत समझ रहे हैं,
इसके अलावा सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है, स्कूलों आदि सरकारी भवनों का कायाकल्प हुआ है।
प्रधान मरियम खातून का बस एक संघर्ष अधूरा रह गया है वह यह कि- उनकी हार्दिक इच्छा थी कि हरदोइया पंचायत में कोई अंतेष्ठिय स्थल नहीं है और उन्होंने बहुत कोशिश की कि एक शमशान घाट व एक कब्रिस्तान का निर्माण हो जाए पर ये कार्य शासन की उदासीनता के कारण नहीं हो सके जबकि पंचायत में पर्याप्त जगह भी मौजूद है, मरियम खातून का कहना है कि अगर जनता ने उन्हें फिर मौका दिया तो वे इन कार्यों को पूरा करवाएंगी। इसके अलावा नालियां भूमिगत हों इसका प्रयास करेंगी।
हरदोइया पंचायत में पैसा खर्च कर वोट नहीं पा सकते प्रधान उम्मीदवार
पंचायत वासियों के अनुसार हरदोइया पंचायत की एक शानदार परंपरा रही है कि यहां जो भी प्रधान प्रत्याशी धनबल के सहारे शराब रुपए आदि बांटकर प्रधानी जीतने की कोशिश करता है वह कभी चुनाव नहीं जीतता है।
जो हाथ जोड़कर नम्रता से अपनी योग्यता के अनुसार वोट मांगता है जनता उसे ही चुनती है, पिछली बार जीती मरियम खातून उदाहरण हैं उनका कोई खर्च नहीं हुआ था। इस बार भी वोट मांगते समय लोग उनसे एक गुटखा तक नहीं खाते उल्टे अपने दरवाजों पर खुद ही खातिरदारी करते हैं।
लोग बताते हैं कि ऐसा भी पहले हुआ है जब प्रधान प्रत्याशी को हरदोइया की जनता ने चंदा करके दिया और उसे जिताया।