नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना के मामले 2 करोड़ का आंकड़ा पार चुके हैं लेकिन अभी भी इसका प्रसार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका, भारत और ब्राजील में कोरोना का सबसे तेज और अधिक असर देखने को मिल रहा है। कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बारे में हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेताया है।
डब्लूएचओ ने कहा है कि दुनिया से सामने आ रहे आंकड़ों में ऐसा देखने को मिल रहा है कि पूरी दुनिया में 20 साल से कम उम्र के लोगों पर कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा काफी कम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस उम्र के लोगों की इम्युनिटी काफी बेहतर है।
वहीं, डब्लूएचओ ने ये भी कहा कि दुनिया के कुछ देशों में कोरोना वापस लौट रहा है जिसका कारण भी इसी उम्र के लोग बन रहे हैं। 20 साल से कम उम्र वाले लोग कोरोना को फैलाने का जरिया बन रहे हैं। डब्लूएचओ का कहना है कि दुनिया में कोरोना संक्रमण के जितने भी केस समाने आए हैं उनमें 20 साल से कम उम्र वालों की संख्या 10% से कम है। जबकि इस उम्र के मात्र 0.2% लोगों की मौत कोरोना से हुई है।
लेकिन इसके साथ ही डब्लूएचओ ने कहा है इस बारे में और रिसर्च की जानी चाहिए क्योंकि बच्चों को भी इसमें शामिल किया जायेगा। बच्चों के लिए कोरोना बेहद खतरनाक है इसलिए बच्चों का डेटा भी इसमें शामिल किया जायेगा। हालांकि ये अच्छी बात है कि कोरोना से मरने वालों में बच्चों की डेथ रेट काफी कम है।
वहीं, बात भारत की करें तो भारत में कोरोना के मामले 50 लाख के पार जा चुके हैं। यहां बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए स्कूल, कॉलेज बंद किये गए हैं और ऑनलाइन क्लासेस पर ज्यादा ध्यान दिया गया है। हालांकि यहां ऐसे भी मामले सामने आये हैं जिनमें नवजात शिशु से लेकर बालिग बच्चों तक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।