कोरोना के चलते अलग होगा इस बार स्वतंत्रता दिवस का जश्न


देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में संक्रमितों की तादाद 12 लाख के पार पहुंच चुकी है। संक्रमण रोकने के उपाय नहीं सूझ रहे। ऐसे में अब स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व भी करीब आ रहा है। कोरोना के साए में ही स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। गृह और रक्षा मंत्रालय के अधिकारी लाल किले का दौरा भी कर चुके हैं। देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाएगा, इसके लिए सरकार ने गाइडलाइन भी जारी कर दी है। सूत्रों के मुताबिक जगह-जगह सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी। 


मास्क पहनकर आना अनिवार्य होगा। सीटिंग अरेंजमेंट में भी दो गज की दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कोरोना से लड़ाई में सोशल डिस्टेंसिंग प्रमुख मंत्र होने के चलते इस बार के स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में कम लोगों को आमंत्रित किया जाएगा।वीवीआईपी दीर्घा में पहले 900 से 1000 लोग बैठते थे। इस बार यह संख्या 200 से 250 तक ही सीमित रहेगी। सूत्रों की मानें तो कैबिनेट मंत्रियों को स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए निमंत्रण दिया जाएगा। पीएमओ के आला अधिकारी, कैबिनेट सेक्रेटेरिएट के आला अधिकारी और मंत्रालयों के सचिव भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।


कोरोना की महामारी को देखते हुए इस बार सामान्य स्कूली बच्चों को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। इनकी जगह 300 के करीब एनसीसी कैडेट्स को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए बुलाया जा सकता है। इस बार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में कोरोना वॉरियर्स भी शामिल होंगे। डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी आदि फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स के साथ ही कुछ ऐसे लोग भी कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिन्होंने कोरोना पर विजय पाई है।


जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री से जुड़े कार्यक्रम पहले की ही तरह होंगे। प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर से ध्वजारोहण करेंगे। परेड भी होगी और पीएम राष्ट्र को संबोधित भी करेंगे। इस बार पीएम के संबोधन में आत्मनिर्भर भारत अभियान छाया रह सकता है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में स्वदेशी की भूमिका, कोरोना वैक्सीन,सीमा सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री के संबोधन में विशेष जोर रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।