इसमें कोई दो राय नहीं कि आज के समय में पैरेंटिंग आसान नहीं है लेकिन बच्चों को अनुशासन के नाम पर टॉर्चर करना और अपना आपा खो देना किसी भी लिहाज से सही नहीं है। माता-पिता में सहनशीलता की कमी का एक बड़ा नमूना इस घटना से देखने को मिला जो कि रोंगटे खड़े कर देने वाला है। तमिलनाडु के त्रिची जिले में एक मां ने अपनी 5 साल की बेटी को देर तक टीवी देखने के कारण पीट-पीटकर मार डाला गया था। यह घटना सोमवार को हुई।
एक महिला ने अपनी पांच साल की बेटी को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। बच्ची का कसूर इतना था कि वह बहुत देर से टीवी देख रही थी, जिससे नाराज होकर महिला ने बेल्ट से बच्ची की पिटाई शुरू कर दी। पुलिस मामले की सच्चाई जानने के लिए बच्ची के पैरंट्स से पूछताछ कर रही है। बच्ची आरोपी माता-पिता की इकलौती संतान थी। यह घटना तब हुई जब मां निथिया कमलम बार-बार चेतावनी के बावजूद अपनी बेटी के टीवी से लगातार चिपके रहने से परेशान हो गई।
मां ने अपनी बेटी को चमड़े की बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। बाद में, महिला ने अपनी बेटी को चिलचिलाती धूप में बाहर खड़े रहने के लिए मजबूर किया जिसके बाद बच्ची बेहोश हो गई। प्राथमिक उपचार के लिए बच्ची को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बाद में उसे नामक्कल जिले के एक सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जब लड़की की तबीयत और खराब हुई, तो उसे बाद में सलेम के सरकारी अस्पताल ले जाया गया।
सलेम पुलिस ने कट्टूपुथुर पुलिस को घटना की जानकारी दी थी। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, घटना के पीछे की सच्चाई माता-पिता की पूछताछ के बाद ही पता चलेगी। पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सलेम अस्पताल में रखा गया था। पुलिस ने बताया कि लतिका के बेहोश हो जाने के बाद उसके पिता उसको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए, जहां से उसे सरकारी हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे सलेम जिले के हॉस्पिटल में ले जाया गया। वहां पर बच्ची की मौत हो गई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखा गया है। पुलिस अभी बच्ची के माता-पिता से पूछताछ कर रही है, जिसके बाद ही कानूनी ऐक्शन लिया जाएगा।