आपके घर के पानी का भी स्टैंडर्ड होगा तय, सरकार जल्द लाने वाली है नया नियम

अब पैकेज्ड वॉटर ही नहीं बल्कि नल से आने वाली पानी की भी शुद्धता की जांच होगी. सरकार जल्द ही घर में आने वाले पानी के लिए स्टैंडर्ड जरूरी करने वाली है.



नई दिल्ली. अब नल वाले पानी के लिए भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau Of Indian Standards- BIS) स्टैंडर्ड जरूरी होगा. अभी सिर्फ पैकेज्ड वॉटर (Packaged Water) के लिए स्टैंडर्ड जरूरी होता है. पानी की गुणवत्ता सुधारने के लिए ये कदम उठाया जा रहा है. नल वाले पानी की जिम्मेदारी भी जल बोर्ड (Jal Board) की होगी. FSSAI या BIS को नियम लागू करने की जिम्मेदारी होगी. महानगरों, स्मार्ट सिटी में स्टैंडर्ड लागू होंगे. उपभोक्ता मामलों और जल शक्ति मंत्रालय के बीच बातचीत शुरू है.

अब पैकेज्ड वॉटर ही नहीं बल्कि नल से आने वाली पानी की भी शुद्धता की जांच होगी. सरकार जल्द ही घर में आने वाले पानी के लिए स्टैंडर्ड जरूरी करने वाली है. जल बोर्ड का पानी जो आपके घर में आ रहा है वो साफ है यानी इसके कोई नियम कानून नहीं हैं. आमतौर पर जल बोर्ड खुद के स्टैंडर्ड का पालन करते हैं. लेकिन वो इसके स्रोत यानी जहां से पानी आ रहा है, वहीं पर इसकी जांच करते हैं. आपके नल में पानी साफ आ रहा है या नहीं आ रहा, इसको लेकर कोई जबावदेही नहीं है. इसलिए अब पानी की सप्लाई के पूरे चेन के लिए नया प्रस्ताव आया है.


सोर्स से लेकर आपके नल तक पानी साफ रहे, इसके लिए स्टैंडर्ड्स को अनिवार्य किया जाने वाला है और इसको लागू करने की जिम्मेदारी BIS को दे दी जाएगी या फिर FSSAI को दी जाएगी.

खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री के आवास का भी पानी मिला खराब
केंद्रीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान के सरकारी आवास से लिया गया पानी का नमूना भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के गुणवत्ता मापदंडों पर खरा नहीं उतरा है. बीआईएस ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के आवास से लिया गया पीने के पानी का नमूना एल्यूमीनियम, कॉलीफॉर्म के मानक के मुताबिक विफल पाया गया. यह बात बीआईएस ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताई.