उन्नाव (Unnao) के जिस गांव हिंदूपुर में दुष्कर्म (Rape) के बाद पीड़िता को आग के हवाले कर दिया गया था, उसी गांव में एक महिला जब थाने में दुष्कर्म के प्रयास किए जाने की शिकायत करने पहुंची तो उसे वहां से भगा दिया गया.
उन्नाव. उन्नाव (Unnao) में दुष्कर्म (Rape) पीड़िता की मौत के बाद भले ही देश में गुस्से का माहौल हो, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh police) के काम करने के तरीके में अभी भी कोई बदलाव नहीं आया है. बताया जाता है कि उन्नाव के जिस गांव हिंदूपुर में दुष्कर्म के बाद पीड़ितामहिला ने बताया कि घटना के बाद मैंने 1090 (महिला हेल्पलाइन) को फोन किया, लेकिन उन्होंने मुझे उन्नाव पुलिस को मामले की रिपोर्ट करने को कहा. महिला ने बताया कि तीनों आरोपी अब उसे जाने से मारने की धमकी भी दे रहे हैं. महिला ने कहा, 'वे मेरे घर पर हर रोज आते हैं और मुझे शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं.'
को आग के हवाले कर दिया गया था, उसी गांव में एक महिला जब थाने में दुष्कर्म के प्रयास किए जाने की शिकायत करने पहुंची तो उसे वहां से भगा दिया गया.
महिला का आरोप है कि थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे यह कहकर वहां से भगा दिया कि रेप होने के बाद यहां आना. महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस स्टेशन में एक सिपाही ने उससे कहा कि अभी तो बलात्कार नहीं हुआ है, जब ऐसा होगा तब आना. महिला ने आरोप लगाया कि अभी तक उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई है.
महिला ने आरोप लगाया कि कुछ महीने पहले जब वह दवा लेने जा रही थी, तब गांव के तीन पुरुषों ने उसे रोक लिया और उसके कपड़े खींचने लगे. तीनों ने मेरे साथ बलात्कार करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह उनके चंगुल से बचकर भाग गई. महिला ने बताया कि उसने सभी आरोपियों की पहचान भी कर ली थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई. महिला ने बताया कि उसे थाने से बाहर निकाल दिया गया और उसे बलात्कार हो जाने के बाद आने के लिए कहा गया. महिला ने बताया कि वह तीन महीने से थाने आ रही है, लेकिन कोई थी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है.